Episode Synopsis "प्रेम ..तो बस प्रेम है"
प्रेम..... क्या है प्रेम कभी किया कभी जिया जिसे हुआ उसे मालूम क्या है प्रेम प्रेम.. तो बस प्रेम है न उम्र न जात न बन्धन न शब्द न कोई किताब न कोई बांच सका प्रेम प्रेम तो बस प्रेम है न ख्वाहिशों न ख्यालो न चाहतो न सपनो न उमंगों पर कोई इख्तियार बस प्यार ही प्यार प्रेम... तो बस प्रेम है कितना हो कितना करे कोई क्या जानता ... कहाँ रुका कौन रोक पाया खुद को तुमको को हर सांस जिंदा रहा जिंदा रखा तो प्रेम प्रेम.. तो बस प्रेम है भावो की नदी एहसासों का दरिया जज्बातो का समुन्द्र उड़ने को गगन खिलता चमन गीत गाये मन नाच उठे तन खिल जाये चितवन प्रेम तो बस प्रेम है --❤️ पवन अरोड़ा