Listen "दिल मेरे"
Episode Synopsis
दिल मेरे तू डर नहीजो सामने सहर नहीकुछ रास्तों पे चलने को सूरज नही जरूरी ।कदम कदम सवाल करन धीमी अपनी चाल कर जवाब ढूंढते हुए रुकना नही जरूरी।तुझे थोड़ी जो थकान हो और पास में मकान हो रुक जा तू थोड़ी देर परबसना नही जरूरी ।रहता कहाँ था याद रखकुछ ठोकरों का स्वाद चखतोहफ़े में गर चोटें मिलेबचना नही जरूरी ।रुकना कहाँ है सोच मततू आत्मा को नोच मतअपने ही ख्वाबों के लिए बिकना नही जरूरी ।लोगों के पैर से उड़ी धूल में है जिंदगी आसमाँ को हर समय तकना नही जरूरी।दिल मेरे,थोड़ी देर में खुद ब खुद आ जाएगी तेरी सहरतू चाहे गर तो रोक ले थोड़ी देर ये सफ़र,जो शाम हो तो फिर कहीं सिगड़ियों पे कुछ पकाबहती नदी के पानी मे सफर के ज़ख्म दे डुबा;रात की मांद में सुकून सेसो सितारे ओढ़ केकल भी सफर है,उससे पहले सोना है जरूरी। विदित
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