Episode Synopsis "वह बेग़ुनाह अपराधी - हंसा गर्ग"
वह बेग़ुनाह अपराधी - हंसा गर्ग "सौरभ जानना चाहता था की उसने ऐसा क्या ग़ुनाह किया था, जिसकी सज़ा उसे आज तक मिल रही है । उसके पत्र का एक एक शब्द सौम्या के मन पर विचारों और सवालों का बोझ बढ़ाता जा रहा था । "