Listen "रंग"
Episode Synopsis
रंगकौनसे रंग का दिल है तेराक्या चाहता है?कभी पर्वत चढ़कर सुस्तानाउड़ जाना बिना सांस लिएकभी आंसू से ब्रश भीगोकरपूरा दिन रंग जाना अपनाकौन से रंग का दिल है तेरा....दौड़ पड़ना कभी कोई कटी पतंग लूटनेकभी बस निहारते रहना आसमान कोशाम में ढलते हुएकौन से रंग का दिल है तेरा....कभी धड़कना हर धड़कन के लिएकभी किसी की मुस्कान पे थम जानाकभी हठ करना मन से हीकभी खुद को उसे सौंप जानाकौनसे रंग का दिल है तेरा...हैं इतने रंग समाये इसमेंखुद इससे भी न सँभलते अक्सरखुद को समेटना इसे आया नहीं कभीऔर बिखर कर घुलना भी रास न आयासूखने तक जो बाकि रह जाये..शायद वही रंग हो इसकावैसे तब तकनए रंग तलाशने में मसरूफ जरूर है ये। -विदित
More episodes of the podcast vidit-unofficial
सफ़र में कभी
15/09/2020
जलसा
26/08/2020
प्रेमचंद के फटे जूते: परसाई जी
31/07/2020
दस्तक
08/04/2020
भोर से पहले
05/04/2020
गर्मियाँ इस बार
03/04/2020
तुम तक आते आते..
30/03/2020
मज़दूर
29/03/2020
गाते गाते
28/03/2020
तुम
27/03/2020
ZARZA We are Zarza, the prestigious firm behind major projects in information technology.